रविवार, 12 मई 2013

कैसे बचें स्पैम और ऑनलाइन धोखाधड़ी से


आप अगर इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपको भी स्पैम संदेशों, प्रमोशनल ईमेल्स से जूझना पड़ता होगा. लेकिन इनसे ज़्यादा सावधान रहने की ज़रूरत है वायरस और क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी से.
साइबर दुनिया एक ऐसी जगह हो गई है जहां सावधानी हटी तो दुर्घटना घटने की आशंका बहुत ज़्यादा है.
इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय कई सावधानियां बरतनी चाहिए. हम आपके लिए लाए हैं इंटरनेट पर समस्याओं से बचने के लिए कुछ टिप्स.

एक ही क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल

अगर आप इंटरनेट के ज़रिये ख़रीदारी करते हैं तो क्रेडिट कार्ड की सीमा कम ही रखवाएं- बीस से पचास हज़ार के आसपास.
इससे ये फायदा होगा कि अगर आपने ग़लती की तो आपको बहुत बड़ा झटका नहीं लगेगा.
कई बार बड़ी राशि के झटके से उबरने में लोगों की पूरी ज़िंदगी लग जाती है.

एंटी वायरस अपडेट रखें

आप सबने सुना होगा कि नए कंप्यूटर में सिक्योरिटी बहुत अच्छी होती है.
एपल के कंप्यूटर खासे जाने-माने हैं. हालांकि कंप्यूटर भी गलती करते हैं और हमसे-आपसे भी गलती होती है.
इसलिए सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर या एंटी वायरस सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें. इससे नए वायरसों को पहचानने में मदद मिलेगी.

मोबाइल यूज़र रखें विशेष ध्यान


इंटरनेट सर्फ़ करते हुए सुरक्षा का ख़्याल रखा जाना चाहिए
अगर आप मोबाइल के ज़रिए शॉपिंग करते हैं या सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं तो खास ध्यान रखें.
इस्तेमाल के बाद देख लें कि मोबाइल लॉक हो गया है.
जल्दबाज़ी में मोबाइल लॉक हुए बिना जेब में रखे जाने से कोई भी गलत बटन दब सकता है और आप नुकसान में पड़ सकते हैं.

ब्राउज़र अपडेट रखें

ब्राउजर यानी इंटरनेट एक्सप्लोरर, गूगल क्रोम, मोज़िला और सफारी जैसे ब्राउज़र.
जिस किसी भी सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हों चाहे वो विंडोज़ हो, मैक या लाइनेक्स ब्राउज़र बिल्कुल अपडेट रखें.
नए ब्राउज़र का काम खतरनाक साइटों को चेक करना भी होता है.

सिक्योर प्रोटोकॉल का इस्तेमाल करें

सिक्योर प्रोटोकॉल यानी जो लिंक खुले उसके ऊपर HTTPS है या नहीं.
यहां S सबसे ज़रुरी है. ये उन वेबसाइटों के लिए जिसके ज़रिए आप क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करते हैं.
अगर S नहीं है लिंक में तो खरीदारी करने से पहले दस बार सोचें.

लिंक्स क्लिक न करें


ट्विटर पर पिछले दिनों बड़ी मात्रा में स्पैम संदेश आए हैं जिनसे सावधान रहने की ज़रुरत है.
सोशल मीडिया पर या ईमेल पर जब परिचित या अपरिचित कोई लिंक भेजे जिसमें कोई आम सा या चौंकाने वाला संदेश हो.
मसलन - हैलो, ये लिंक बहुत अच्छा है.
ये तुम्हारी फोटो है या अरे ये कैसी फोटो है तुम्हारी.
ऐसे संदेशों वाले लिंक आम तौर पर वायरस होते हैं.
एक बार क्लिक किया तो ये फिर आपकी प्रोफाइल को करप्ट कर देते हैं.
ईमेल पर अनजाने लोगों या कंपनियों से आने वाले बिजनेस प्रस्तावों के ज़रिए धोखाधड़ी आम हो गई है. इनसे बचें.

पासवर्ड

पासवर्ड सबसे ज़रूरी हिस्सा हैं आपकी सुरक्षा का.
पासवर्ड कभी भी अपने परिवार वालों के नाम पर या अपने बच्चों के बर्थडे की तारीखों से न रखें.ये हैक करने में आसान होते हैं.
पासवर्ड में अक्षर, नंबर और संकेतों का इस्तेमाल करें.
कुछ कुछ समय पर इसे बदलते रहें.
किसी भी वेबसाइट पर पासवर्ड याद रखने के विकल्प रिमेंमबर मी को क्लिक न करें.

बढ़िया पासवर्ड की ज़रूरी चीज़ें

इसमें कोई शब्द न हो, जैसे किसी का नाम.अक्षर मिले जुले हों कोई कैपिटल में कोई स्माल में.
कम से कम दस अक्षरों का हो पासवर्ड.
अलग अलग साइटों के पासवर्ड अलग अलग रखें.
पासवर्ड लगातार बदलते रहें.                                                                                              साभार:बी बी सी 

11 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत अच्छी और सार्थक जानकारी.... बहुत बहुत आभार !!

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  2. लाभकारी जानकारी ....
    इन सभी बातों का ध्यान रखना जरूरी है ...

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  3. बहुत अच्छी और सार्थक जानकारी राजेन्द्र जी,आभार।

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  4. बहुत ही लाभकारी जानकारी दिए,सचेत होना ही पडेगा.

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  5. सचेत करती बहुत ही उपयोगी पोस्ट,आभार आपका.

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  6. जी हाँ आजकल ओनलाइन धोखाघड़ी बहुत हो रही है,हरपल सचेत रहना चाहिए.

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  7. कुमारी दीप्ती13 मई 2013 को 8:52 pm बजे

    बहुत ही उपयोगी जानकारी को शेयर किये आभार है आपका.

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  8. ऑनलाइन सावधानी से कोई कार्य करनी चाहिए,बेहतरीन जानकारी दिए.

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  9. बहुत अच्छी और लाभकारी जानकारी....

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